By: Amit kumaR Agarwal
अपदस्थ प्रधानमंत्री शेख हसीना की पार्टी अवामी लीग ने अंतरिम सरकार के मुखिया मोहम्मद यूनुस के इस्तीफे और अल्पसंख्यकों पर अत्याचार रोकने के लिए विरोध प्रदर्शन करने की घोषणा की है।
देखा जाए तो ये प्रदर्शन आवामी लीग पहला बड़ा प्रदर्शन होगा। हालांकि पार्टी के अधिकतर नेता पिछले साल 5 अगस्त को छात्रों के नेतृत्व वाले विरोध आंदोलन के बाद से या तो गिरफ्तार हो चुके हैं या अंडरग्राऊंड हैं।
बता दें बांग्लादेश में तख्त पलट के बाद हिंदु अल्पसंख्यकों पर अत्याचार और फिर इस मुद्दे पर अंतरिम सरकार की रूखी-सूखी प्रतिक्रिया यूनुस सरकार की मनमानी को दर्शाती है।
अवामी लीग ने अपने फेसबुक पेज पर एक बयान जारी किया है जिसमें बताया गया है कि वह 1 फरवरी से सड़कों पर उतरकर हड़ताल और नाकाबंदी कार्यक्रमों के माध्यम से अंतरिम सरकार के इस्तीफे के लिए दबाव बनाएगी।
पुार्टी द्वारा जारी बयान में बताया गया है कि पार्टी शनिवार से बुधवार तक पर्चे बांटेगी और अपनी मांगों के लिए अभियान चलाएगी।
6 फरवरी को देशभर में विरोध मार्च और रैलियां आयोजित की जाएंगी और 10 फरवरी को प्रदर्शन और रैलियां होंगी। इसके बाद 16 फरवरी को देशभर में नाकेबंदी की जाएगी और 18 फरवरी को पूरे दिन की सख्त हड़ताल होगी।