महिलाओं पर हमलों की घटनाएं आम: U.N. Report

By: Aanya


संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट के अनुसार, समाज में महिलाओं और लड़कियों के खिलाफ हमले की घटनाएं अभी भी लगातार जारी हैं। इसका समाज और अर्थव्यवस्था पर नकारात्मक असर हो रहा है। यह रिपोर्ट ऐसे समय जारी की गई है, जब 8 मार्च को दुनियाभर में अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस मनाया जाने वाला है।

ज्ञात हो, दुनियाभर के नेताओं ने, तीन दशक पहले, एक ऐतिहासिक ब्लूप्रिंट को स्वीकार किया था, जिसमें लैंगिक समानता के लक्ष्य को हासिल करने की बात थी।

इस ऐतिहासिक ब्लूप्रिंट को स्वीकार किये जाने के बाद भी समाज में महिलाओं की स्थिति में बहुत ज्यादा सुधार नहीं हुआ है - संयुक्त राष्ट्र की यह रिपोर्ट गुरुवार को जारी हुई, जिसमें कहा गया है कि दुनिया के एक तिहाई देशों में तो बीते साल महिलाओं अधिकारों के खिलाफ विरोध भी हुए हैं।

रिपोर्ट के अनुसार, महिलाओं के खिलाफ हिंसा अभी भी चिंताजनक है। दुनिया में हर 10 मिनट में एक लड़की की उसके ही परिजनों या रिश्तेदारों द्वारा हत्या की जा रही है। महिलाओं के खिलाफ यौन हिंसा की घटनाएं साल 2022 की तुलना में 50 फीसदी बढ़ गई हैं। उल्लेखनीय है कि कुछ मामलों में तरक्की हुई है, जिसमें लड़कियों की शिक्षा और परिवार नियोजन आदि हैं।

ज्ञात हो, साल 1995 में बीजिंग में महिला सम्मेलन का आयोजन हुआ था, जिसमें 189 देश शामिल हुए थे। उस सम्मेलन में 150 पन्नों का घोषणा पत्र पारित किया गया था, जिसमें दुनिया में लैंगिक समानता की दिशा में कदम उठाने की बात कही गई थी। इसके लिए गरीबी से लड़ने, लिंग के आधार पर हिंसा को रोकने और व्यापार, सरकार और शांति वार्ता आयोजनों में महिलाओं को शीर्ष भूमिका देने की वकालत की गई थी।

घोषणा पत्र की समीक्षा में आज के समय में पाया गया, कि लैंगिक समानता और महिला अधिकारों की दिशा में कई महत्वपूर्ण कदम उठाए गए हैं, लेकिन अभी भी दुनियाभर में महिलाओं को कई परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।